उत्तर ---क्रिया पर भी नियंत्रण तभी हो सकता है जब मन पर नियंत्रण हो |मूल बात तो मन की ही है वही सारे नियंत्रण रखता है |
उत्तर ---लेकिन क्रिया संचालक तो मन ही होता है |वह मन और क्या मस्तिष्क ही तो होता है |सारी क्रियाओं का केंद्र मस्तिष्क में है | सभी क्रियाओं के आदेश वहीं से प्रसारित होते हैं | मन , ह्रदय , मस्तिष्क ये सभी दिमागी क्रियाएं हैं और कुछ नहीं |मन पर नियंत्रण न रख पाने वाले सारे उलटे---सीधे करतब करते रहते हैं |इसीलिये आजकल ब्रेन डैड हो जाने पर मृत्यु मान ली जाती है चाहे हार्ट काम करता रहे |
उत्तर ---लेकिन क्रिया संचालक तो मन ही होता है |वह मन और क्या मस्तिष्क ही तो होता है |सारी क्रियाओं का केंद्र मस्तिष्क में है | सभी क्रियाओं के आदेश वहीं से प्रसारित होते हैं | मन , ह्रदय , मस्तिष्क ये सभी दिमागी क्रियाएं हैं और कुछ नहीं |मन पर नियंत्रण न रख पाने वाले सारे उलटे---सीधे करतब करते रहते हैं |इसीलिये आजकल ब्रेन डैड हो जाने पर मृत्यु मान ली जाती है चाहे हार्ट काम करता रहे |
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