कलाकार चरण शर्मा की नाथद्वारा से मुम्बई तक की कलायात्रा से परिचित कराने के लिए धन्यवाद |इसमें श्री नाथ जी से महात्मा बुद्ध तक की उनकी यात्रा जैसे आसमान से धरती पर उतरने की यात्रा भी है |यह एक कलाकार के विकास और बदलाव को भी सूचित करती है |यह उनके भाव-वाद से यथार्थवाद की यात्रा भी है |नाथद्वारा के पास वाली नदी के पत्थर इस कला यात्रा की अपनी विशेषता कही जा सकती है |प्रसन्न होंगे |
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