एरोन -रोहन भाई दो
प्रज्ञा के हैं भाई दो |
अपनी बातें करते हैं
हंसते और किलकते हैं
औरों को खूब हंसाते हैं
ऊधम खूब मचाते हैं
दोनों को खिलौने लाई दो |
रोहन हंसता रहता है
अपनी-अपनी कहता है
मम्मी का यह प्यारा है
दादी का दुलारा है
दोनों को मिठाई आई दो |
प्रज्ञा बड़ी सयानी है
कहती उसकी नानी है
बात सभी ने जानी है
जैसे मीठा पानी है
कविता खूब सुनाई दो |
प्रज्ञा के हैं भाई दो |
अपनी बातें करते हैं
हंसते और किलकते हैं
औरों को खूब हंसाते हैं
ऊधम खूब मचाते हैं
दोनों को खिलौने लाई दो |
रोहन हंसता रहता है
अपनी-अपनी कहता है
मम्मी का यह प्यारा है
दादी का दुलारा है
दोनों को मिठाई आई दो |
प्रज्ञा बड़ी सयानी है
कहती उसकी नानी है
बात सभी ने जानी है
जैसे मीठा पानी है
कविता खूब सुनाई दो |
No comments:
Post a Comment