Monday, 2 December 2013
उदासीनता,तटस्थता , मौन और अवसरवाद में मायने के फर्क भले हों , परिणामों में ये लगभग एक जैसे होते हैं ।' कोउ नृप होउ हमहीं का हानी' वाला नृपतन्त्रीय दृष्टिकोण लोकतंत्र के लिए बहुत घातक एवं खतरनाक होता है ।
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