ईसा मसीह पड़ौसी से प्रेम करने का सन्देश लगातार देते रहे और उस पर आचरण करके प्रमाण भी प्रस्तुत करते रहे । उनके लिए पड़ौसी का मतलब था कि जो भी आपके आसपास दुखी है उसके काम आना । दरिद्रता से बड़ा दुःख शायद ही कोई दूसरा हो । आज के युग की विडम्बना है कि नवउदारवादी आर्थिक नीतियों से कॉर्पोरेट सेकटर को खुली छूट मिलती जा रही है ,जिससे गरीबी और अमीरी के बीच की खाई और चौड़ी होती जा रही है । इस सबसे बड़े दुःख से लड़ने और उसे दूर करने का जो रास्ता हो सकता है , वही ईसा के अनुसार पड़ौसी से प्रेम की श्रेणी में आ सकता है ।आज उनका शुभ जन्म दिन है ,उनकी स्मृति को प्रणाम और मैरी क्रिसमस ।
No comments:
Post a Comment