बाबा तुलसी कह गए हैं
भय के बिना प्रीति नहीं होती
सच नहीं लगता कथन उनका
यह सत्ता का सिद्धांत हो सकता है
मानवता का नहीं
सच्ची प्रीति वहीं होती है
जहां भय नहीं होता |
भय के बिना प्रीति नहीं होती
सच नहीं लगता कथन उनका
यह सत्ता का सिद्धांत हो सकता है
मानवता का नहीं
सच्ची प्रीति वहीं होती है
जहां भय नहीं होता |
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