मेरी गलती
मेरी गलती
सिर्फ इतनी
कि मैं
लिपट गयी
पेड़ से
लता की तरह
पेड़ ,लता से
जैसे |
हमारा निर्णय था
अपना |
नदी-किनारों के
बीच , बही मैं
उच्छल जल की तरह |
मेरी गलती
सिर्फ इतनी
कि मैं
बहना चाहती थी
वसंती हवा की तरह
मैं भाग लेना चाहती थी
वाद के बाद
होने वाले
विवाद में ,
चाहती थी बदलना
दुनिया को
संवाद में |
मेरा निर्णय
है कि आगे भी
करती रहूँगी
इस तरह की गलतियां |
मेरी गलती
सिर्फ इतनी
कि मैं
लिपट गयी
पेड़ से
लता की तरह
पेड़ ,लता से
जैसे |
हमारा निर्णय था
अपना |
नदी-किनारों के
बीच , बही मैं
उच्छल जल की तरह |
मेरी गलती
सिर्फ इतनी
कि मैं
बहना चाहती थी
वसंती हवा की तरह
मैं भाग लेना चाहती थी
वाद के बाद
होने वाले
विवाद में ,
चाहती थी बदलना
दुनिया को
संवाद में |
मेरा निर्णय
है कि आगे भी
करती रहूँगी
इस तरह की गलतियां |
बहुत ही अच्छी कविता है
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