Sunday 29 January 2012

केशव जी की बात ही अलग |वे कविता करते ही नहीं वरन पुराने कवियों की तरह  जीते भी हैं | इस समय का उभरता हुआ एक बेहतरीन कवि | कवि-चरित्र  का उदाहरण |

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