डूब रहे हैं
डूब रहे हैं गांव
डूब रहे हैं पहाड़
डूब रहे हैं खेत
डूब रहे हैं लोग
डूब रही हैं नदियां
डूब रहे हैं जंगल
डूब रही हैं पगडंडियां
बचे हुए हैं जो
इनसे दूर
हिमगिरि के उत्तुंग शिखरों पर
उनकी शीतल छाया में बैठे हुए हैं ।
डूब रहे हैं गांव
डूब रहे हैं पहाड़
डूब रहे हैं खेत
डूब रहे हैं लोग
डूब रही हैं नदियां
डूब रहे हैं जंगल
डूब रही हैं पगडंडियां
बचे हुए हैं जो
इनसे दूर
हिमगिरि के उत्तुंग शिखरों पर
उनकी शीतल छाया में बैठे हुए हैं ।
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