तेल और बाती
माटी से मिलकर
करते हैं उजाला
क्यों नहीं सीख पाता
आदमी कि
मिलकर ही होता है
प्रकाश , जब तरह तरह के लोग
मिलते हैं तो सेतु बन जाता है
प्रकाश पर्व पर शुभ कामनाओं के साथ
माटी से मिलकर
करते हैं उजाला
क्यों नहीं सीख पाता
आदमी कि
मिलकर ही होता है
प्रकाश , जब तरह तरह के लोग
मिलते हैं तो सेतु बन जाता है
प्रकाश पर्व पर शुभ कामनाओं के साथ
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