डा० पद्मजा शर्मा ,जोधपुर में रहती हैं । उनका साहिय -अनुराग उनको विशिष्ट बनाता है । साहित्यकारों के आत्मिक स्वभाव को उनसे बातचीत करके व्यक्त कर देने की कला में वे माहिर हैं । २ ० १ १ में १ ७ साहित्यकारों से साहित्य पर उनकी बातचीत "रु-ब -रु" शीर्षक से जोधपुर के रॉयल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है । इसमें राष्ट्रीय , प्रादेशिक और स्थानीय स्तर तक साहित्य-संस्कृति की एक प्रसन्न तस्वीर देखने को मिलती है । श्रीमती शर्मा एक ऐसी कवयित्री भी हैं जो अपने जीवनानुभवों को बेहद ईमानदारी से अपनी शब्द-कला में रचकर प्रस्तुत करती हैं । अभी पिछले दिनों उनका दूसरा कविता संग्रह ---- सदी के पार----शीर्षक से बोधि प्रकाशन , जयपुर से छाप कर आया और चर्चित हुआ । उनका हार्दिक स्वागत और बधाई ।
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